How Powerful is the Brain
मित्रों हमारा मस्तिष्क इतना पावरफुल है कि आप सोंच नहीं सकते हो।
जब हम कोई कार्य करने जारहे हो , तब उस कार्य के बारे में हम कितना सोंचते है , हम बगैर सोंचे उस कार्य के बारे में सोंचते रहते है कैसे , this is the power of brain.
यदि हम चाहे की हम सोंचना बंद करदे , क्या यह संभब है ?
उत्तर - नहीं
हम चाह कर भी विचारों को आने से रोक नहीं सकते , तो फिर हम क्या करसकते है
उत्तर - हम विचारों को दिशानिर्देशित कर उनसे होने वाले प्रभाव को परिवर्तित कर अपनी जिंदगी बदल सकते है।
क्या आपको पता है , या कभी आपने जानने की कोशिश की है कि आप अपने brain को चला रहे हो या आपका Brain आपको चला रहा है?
यदि आप अपने मन की हर बात मानते हो जो मन चाहता है उसे कर डालते हो, तो आप अपने मन के गुलाम हो , और गुलाम कभी सफल नहीं हुआ करते ,
अगर सफलता चाहते हो तो गुलामी की ज़ंजीरों को उतर कर फेंक दो ,और कसम खाओ कि आज अभी से मैं अपने इस मन की गुलामी नहीं करुँगा।
कभी सोंचा है , कि आज तक ,( मैं अभी की बात कररहा हू) तुमने अपना कितना समय किन किन चीजों में बर्बाद किया है
नहीं सोंचा है तो सोंचो ,
नहीं तो क्या समय निकलने के बाद सोंचो गे।
मेरे दोस्त समय किसी का कभी इंतजार नहीं करता ,वो तो बस लगातार चलता रहता है.
सुनने में ये बाते अच्छी लगती है ,और इन्हे करना उतना ही कठिन है जितना की तुम सोंच रहे हो , क्योंकि आज तक किसी स्कूल यह बताया ही नहीं गया की हर चीज़ करना सम्भब है ,
यदि किसी की गणित कमजोर है और हर कोई उससे यह कहता है कि तू गणित में फेल होजाये गा ,तेरी गणित अच्छी नहीं है , तो ultimately क्या होगा ?
वह गणित में फेल होजयेगा ,और ज़िंदगी भर गणित से डरता रहेगा।
क्योंकि जो बाते हमारे subconscious ब्रेन में दाल दी जाती है ,ब्रेन उन्ही को सच समझ लेता है और उसी पर कार्य करने लगता है.
this is the power of brain.
और यदि हम ये मानले कि मैथ्स हम सीख लेंगे और सीख के रहें गे , तो चमत्कार होगा।
यानि हमारे brain की चाभी हमरे हाँथ में है , बस हमें पता होना चाहिए कि इसका प्रयोग कैसे करें।
ध्यान रहे - मन हमेशा उधर ही जाए गा जहाँ मज़ा होगा , लेकिन success उधर कभी नहीं मिलने वाली।
जो मैंने लिखने की कोशिश कि , अगर समझ आया , तो दूसरों को जरूर motivate करें।
Thank You .....
Avichal Singh Chauhan
जब हम कोई कार्य करने जारहे हो , तब उस कार्य के बारे में हम कितना सोंचते है , हम बगैर सोंचे उस कार्य के बारे में सोंचते रहते है कैसे , this is the power of brain.
यदि हम चाहे की हम सोंचना बंद करदे , क्या यह संभब है ?
उत्तर - नहीं
हम चाह कर भी विचारों को आने से रोक नहीं सकते , तो फिर हम क्या करसकते है
उत्तर - हम विचारों को दिशानिर्देशित कर उनसे होने वाले प्रभाव को परिवर्तित कर अपनी जिंदगी बदल सकते है।
क्या आपको पता है , या कभी आपने जानने की कोशिश की है कि आप अपने brain को चला रहे हो या आपका Brain आपको चला रहा है?
यदि आप अपने मन की हर बात मानते हो जो मन चाहता है उसे कर डालते हो, तो आप अपने मन के गुलाम हो , और गुलाम कभी सफल नहीं हुआ करते ,
अगर सफलता चाहते हो तो गुलामी की ज़ंजीरों को उतर कर फेंक दो ,और कसम खाओ कि आज अभी से मैं अपने इस मन की गुलामी नहीं करुँगा।
कभी सोंचा है , कि आज तक ,( मैं अभी की बात कररहा हू) तुमने अपना कितना समय किन किन चीजों में बर्बाद किया है
नहीं सोंचा है तो सोंचो ,
नहीं तो क्या समय निकलने के बाद सोंचो गे।
मेरे दोस्त समय किसी का कभी इंतजार नहीं करता ,वो तो बस लगातार चलता रहता है.
सुनने में ये बाते अच्छी लगती है ,और इन्हे करना उतना ही कठिन है जितना की तुम सोंच रहे हो , क्योंकि आज तक किसी स्कूल यह बताया ही नहीं गया की हर चीज़ करना सम्भब है ,
यदि किसी की गणित कमजोर है और हर कोई उससे यह कहता है कि तू गणित में फेल होजाये गा ,तेरी गणित अच्छी नहीं है , तो ultimately क्या होगा ?
वह गणित में फेल होजयेगा ,और ज़िंदगी भर गणित से डरता रहेगा।
क्योंकि जो बाते हमारे subconscious ब्रेन में दाल दी जाती है ,ब्रेन उन्ही को सच समझ लेता है और उसी पर कार्य करने लगता है.
this is the power of brain.
और यदि हम ये मानले कि मैथ्स हम सीख लेंगे और सीख के रहें गे , तो चमत्कार होगा।
यानि हमारे brain की चाभी हमरे हाँथ में है , बस हमें पता होना चाहिए कि इसका प्रयोग कैसे करें।
ध्यान रहे - मन हमेशा उधर ही जाए गा जहाँ मज़ा होगा , लेकिन success उधर कभी नहीं मिलने वाली।
जो मैंने लिखने की कोशिश कि , अगर समझ आया , तो दूसरों को जरूर motivate करें।
Thank You .....
Avichal Singh Chauhan
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